क्या लोकतंत्र शिखर बैठक में भाग ले पाएंगे अफगान पीड़ित?
बीजिंग, 1 दिसम्बर (आईएएनएस)। अमेरिका ने तथाकथित लोकतंत्र शिखर बैठक के भागीदारों की सूची जारी की है। लेकिन इसमें अफगानिस्तान का नाम नहीं है। गौरतलब है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में अमेरिकी किस्म का लोकतंत्र लागू किया था। लेकिन उसे करारी हार मिली। अफगानिस्तान में अमेरिकी किस्म वाला लोकतंत्र ढह चुका है। तो सवाल है कि क्या अमेरिका में अफगान पीड़ितों को लोकतंत्र शिखर बैठक में भाग लेने देने का साहस है।
अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के विचार में अगर अमेरिका सच्चे मायने में लोकतंत्र और मानवाधिकार की चर्चा करना चाहता है, तो अफगानिस्तान में शिकार हुए लोगों के परिजनों को निमंत्रण देना चाहिए ताकि पूरी दुनिया अच्छी तरह देखेगी कि अफगानिस्तान में अमेरिका के बीस साल के लोकतांत्रिक सुधार से अफगानिस्तान को क्या मिला।
निसंदेह अमेरिका ऐसा नहीं करेगा। ध्यान रहे पिछले 20 साल में अमेरिकी हवाई हमले से कम से कम 22 हजार अफगान बेगुनाहों को मारा गया। लेकिन अब तक उन मृतकों के परिवार को न्याय नहीं मिला। किसी भी अमेरिकी सैनिक ने उनकी मौत पर जिम्मेदारी नहीं ली।
अमेरिका में होने वाली लोकतंत्र शिखर बैठक का लोकतंत्र से कोई संबंध नहीं है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप , पेइचिंग)
–आईएएनएस
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