12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित


नई दिल्ली, 1 दिसम्बर (आईएएनएस)। राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष के नारेबाजी करने के बाद 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि निलंबित सांसदों को अपने आचरण के लिए कोई पछतावा नहीं है और सरकार भी निलंबित सदस्यों द्वारा माफी मांगने पर जोर दे रही है।

इससे पहले विपक्षी सदस्यों ने निलंबन के मुद्दे पर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया।

उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह द्वारा विपक्ष की अनुपस्थिति में सदन को स्थगित करने के बाद मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा: हमारी एक लोकतांत्रिक सरकार है और हमारे नेता भी बहुत लोकतांत्रिक हैं इसलिए हम विपक्ष के बिना सदन नहीं चलाना चाहते हैं। उन्होंने एक दिन के लिए इसका बहिष्कार किया है इसलिए उन्हें कल वापस आने दें । सरकार रचनात्मक आलोचना के लिए तैयार है।

सदन के नेता, पीयूष गोयल ने विपक्ष की खिंचाई की और अध्यक्ष के फैसले को सही ठहराया और उन घटनाओं की श्रृंखला को फिर से बताया, जिनके कारण निलंबन हुआ। उन्होंने कहा, सदन की पवित्रता की रक्षा के लिए कार्रवाई की आवश्यकता थी क्योंकि विपक्षी सांसदों के एक वर्ग ने हंगामा किया था, महिला मार्शलों पर हमला किया था और पिछले मानसून सत्र के दौरान सदन में तोड़फोड़ करने की कोशिश की थी।

नायडू ने मंगलवार को निलंबन रद्द करने की विपक्ष की अपील को ठुकरा दिया।

उन्होंने कहा, मैं विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की अपील पर विचार नहीं कर रहा हूं, जब तक कि दोषी सदस्य अपने कदाचार के लिए माफी नहीं मांगते और सदन सुचारू रूप से नहीं चलता।

इस पर विपक्षी सदस्यों ने वाकआउट कर दिया।

खड़गे ने नियम 256 के तहत यह मुद्दा उठाते हुए कहा था कि निलंबन सदन के नियमों के विपरीत है।

–आईएएनएस

आरजेएस

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