जाने कैसे ये सुविधाजनक फूड्स दिल की सेहत काे पहुंचाते हैं नुकसान
लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- Heart Health: आप अगर बहुत अधिक अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स खाने के शौकिन है, तो अब इसका सेवन बंद कर दें क्योंकि शोधकर्ताओं ने पाया है कि फास्ट फूड खाने से दिल की सेहत काे नुकसान पहुंचता है।
अमेरिका में सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अध्ययन ज़ेफेंग झांग का कहना है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन अक्सर हमें स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों से दूर कर देता है।जो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जैसे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज। जाेकि हमारे दिल की सेहत बनाएं रखने के लिए जरूरी हाेते हैं। इसके अलावा, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में अक्सर उच्च नमक, शक्कर, संतृप्त वसा होती है जो दिल कि बीमारी को बढ़ाने का काम करती हैं।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ पूरी तरह से या ज्यादातर खाद्य पदार्थों से निकाले गए पदार्थों जैसे वसा, स्टार्च, हाइड्रोजनीकृत वसा, चीनी, संशोधित स्टार्च और अन्य यौगिकों से बनाये जाते हैं और इसमें कृत्रिम स्वाद, रंग या पायसीकारी जैसे कॉस्मेटिक योजक शामिल होते हैं।
इनमें सॉफ्ट ड्रिंक, पैकेज्ड नमकीन स्नैक्स, कुकीज, केक, प्रोसेस्ड मीट, चिकन नगेट्स, पाउडर और पैकेज्ड इंस्टेंट सूप्स और कई आइटम शामिल हैं जिन्हें अक्सर “सुविधाजनक खाद्य पदार्थों” के रूप में बेचा जाता है।
2011 और 2016 के बीच एकत्र किए गए राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षा सर्वेक्षण (NHANES) के आंकड़ों का उपयोग करते हुए, शोधकर्ताओं ने 20 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 13,446 लोगों के परिणामों की समीक्षा की, जिन्होंने 24-घंटे की डाइटरी रिकॉल पूरी की और अपने हृदय स्वास्थ्य के बारे में सवालों के जवाब दिए।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से कैलोरी में हर पांच प्रतिशत वृद्धि के कारण व्यक्ति के समग्र हृदय स्वास्थ्य में कमी आई।
शोध में सामने आया कि जो लोगों अपनी कैलोरी का 70 प्रतिशत अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से ले रहे थे उनकी दिल की सेहत अच्छी नहीं थी। जबकि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से 40 प्रतिशत या उससे कम कैलोरी खाने वाले लोगों का दिल ज्यादा सेहतमंद था।
अमेरिका में केंटकी विश्वविद्यालय के डोना आर्नेट ने कहा कि यह अध्ययन चीनी-मीठे पेय पदार्थ, कुकीज़, केक और अन्य प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट से दूर कर एक स्वस्थ आहार योजना के निर्माण के महत्व को रेखांकित करता है।”