जाने कैसे आप पा सकते है ऑर्गेनिक फूड से स्वाद के साथ सेहत भी
लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- हाल ही एक रिसर्च में कहा गया है कि फसलों में इस्तेमाल किए जाने वाले पेस्टिसाइड्स शरीर के हार्मोन के संतुलन को बिगाडक़र नुकसान पहुंचाते हैं। इतना ही नहीं यह जीन पर भी नकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। इन दिनों बाजार मेंं उपलब्ध ज्यादातर फलों और सब्जियों की पैदावार बढ़ाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है। जो सेहत के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऐसे में विकल्प के तौर पर ऑर्गेनिक फूड को चुन सकते हैं। इन दिनों बढ़ती हैल्थ प्रॉब्लम के कारण लोगों का ध्यान इन फूडï्स की ओर जा रहा है।
एक्सपर्ट भी इन्हें डाइट में शामिल करने की सलाह दे रहे हैं क्योंकि ये पूरी तरह से केमिकल फ्री हैं साथ ही फलों और सब्जियों का नेचुरल टेस्ट भी मिलता है। जानते हैं क्या हैं ऑर्गेनिक फूड, इन्हें कैसे उगा सकते हैं और ये कैसे शरीर को फायदा पहुंचाते हैं…
क्या है ऑर्गेनिक फूड
ऑर्गेनिक फूड वे फूड होते हैं जो केमिकल फ्री होते हैं। इनकी पैदावार में किसी तरह के रसायनिक खाद या पेस्टिसाइड्स का प्रयोग नहीं किया जाता है। इनकी उपज और आकार बढ़ाने के लिए किसी तरह के केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता। इन फलों और सब्जियों की पैदावार करने को जैविक खेती भी कहते हैं। इन्हें ऑर्गेनिक फार्म में उगाया जाता है।
यूं पहचानें
बाजार में मौजूद ज्यादातर फल और सब्जियां दिखने में अधिक फ्रेश लगते हैं। लेकिन जरूरी नहीं कि वे आर्गेनिक ही हों। ऑर्गेनिक फूड सर्टिफाइड होते हैं या इन पर स्टिकर लगा होता है। इनका स्वाद नॉर्मल फूड से थोड़ा अलग होता है। जैसे आम मसालों की तुलना में ऑर्गेनिक मसालों की गंध थोड़ी तेज होती है। ऑर्गेनिक सब्जियां पकने में ज्यादा समय नहीं लेती हैं।
ये हैं प्रमुख फायदे
सबसे जरूरी और अहम बात इन फूड में जहरीले तत्व नहीं होते क्योंकि इनमें केमिकल्स, पेस्टिसाइड्स, ड्रग्स, प्रिजर्वेटिव जैसी नुकसान पहुंचाने वाली चीजों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। आम फूड आइटम्स में पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर पेस्टिसाइड्स में ऑर्गेनो-फॉस्फोरस जैसे केमिकल होते हैं, जिनसे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं। पारंपरिक फूड के मुकाबले इन फूड आइटम्स में 10 से 50 फीसदी तक अधिक पौष्टिक तत्व होते हैं। इसमें विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन भी ज्यादा होते हैं। इनमें मौजूद पोषक तत्व दिल की बीमारी, माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाते हैं।
ऑर्गेनिक फम्र्स में उपजाए जाने वाले फलों और सब्जियों में ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेटï्स होते हैं क्योंकि इनमें पेस्टिसाइड्स नहीं होते इसलिए इनमें ऐसे पोषक तत्व बरकरार रहते हैं जो आपकी सेहत के लिए अच्छे हैं और बीमारियों से बचाते हैं।
इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स ज्यादा होने के कारण शरीर की रोगों से लडऩे की क्षमता को बढ़ाते हैं। ऑर्गेनिक फूड चर्बी नहीं बढऩे देते।
ऑर्गेनिक फूड में आम तरीके से उगाई जाने वाली फसल के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्व होते हैं क्योंकि इन्हें जिस मिट्टी में उगाया जाता है, वह अधिक उपजाऊ होती है।
ऑर्गेनिक खेती शुरू करने से पहले जमीन को दो साल के लिए खाली छोड़ा जाता है ताकि मिट्टी में पहले से मिले पेस्टिसाइड्स का असर पूरी तरह खत्म हो जाए। इस कारण इन फूड्स में विटामिन-मिनिरल अधिक होते हैं।
ये फूड अधिक लोकप्रिय
ये फूड आसानी से ज्यादातर शहरों में मौजूद मॉल्स और फूड चेन में उपलब्ध होते हैं। ऑर्गेनिक फूड में सीजनल फल और सब्जियों की डिमांड अधिक होती है। जैसे तरबूज, खरबूज, आम और सब्जियों में टिंडा, तोरई और लौकी आदि। इसके अलावा मसालों की भी डिमांड होती है। अगर आप भी इन ऑर्गेनिक फूड को एंज्वॉय करना चाहते हैं तो फार्म में उगा सकते हैं।