हमारे भारतीय समाज में आप को प्रेरित करने वाली कई सारी कहानियां मिल जाएंगी। ऐसी ही एक कहानी से संबंधित एक लड़की है। भारतीय समाज में कहा जाता है कि लड़कियों को शादी कर लेने के बाद उन्हें घर गृहस्ती के कार्य संभालने पड़ते हैं। ऐसे में कुछ लड़कियों के सपने अपने माता-पिता या फिर घर के और समाज के लोग उनके विरूद्ध चले जाते हैं तो कुछ उनका साथ निभाते हैं। लेकिन एक लड़की ऐसी भी है, जिसने घर गृहस्ती संभालने के साथ अपने आईएएस बनने का सपना पूरा किया।
अन्नू कुमार की कठिनाइयां:
हम जिसके बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम अनु कुमारी है वह चंडीगढ़ की रहने वाली है। समाज के विरुद्ध इतनी मान्यता होने के से भी वह अपने जज्बे और मेहनत के दम पर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। अनु का बचपन से ही आईएएस बनने का सपना था। अनु का सपना सच हो उसके पहले ही उसकी शादी हो गई।लेकिन उन्होंने अपने हौसलों को कम नहीं होने दिया। शादी के बाद भी वह सपने को भूली नहीं थी और मां बनने के बाद भी कड़ी मेहनत की। उसने न सिर्फ अपना सपना पूरा किया बल्कि टॉप करके दूसरों की प्रेरणा बन चुकी है।
अन्नू कुमारी की पढ़ाई और परिवार:
अन्नू कुमारी का जन्म हरियाणा के सोनीपत में एक साधन परिवार में हुआ था। वह बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार थी। उसकी रूचि के अनुसार परिवार वालों ने उन्हें पढ़ाया भी लेकिन अन्नू का जो सपना मायके में पूरा न हो सका। वह उसने अपने ससुराल में रहकर पूरा किया। अन्नू ने 2017 की यूपीएससी परीक्षा में पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त करके सभी को हैरान कर दिया था।
जिम्मेदारी के साथ किया आईएएस बनने का सपना पूरा:
जब वह परीक्षा में अव्वल हुई तब वह 4 साल के बेटे की मां थीं। घर परिवार और बच्चे की जिम्मेदारी को संभालते हुए देश की सबसे कठिन परीक्षा में दूसरे स्थान को प्राप्त करना इतना आसान काम नहीं है। उनकी इस जज्बे को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी सलाम किया था। इसके साथ ही अन्नू मीडिया में कई दिनों तक छाई रही थी।
अन्नू की आईएएस बनने की तैयारी:
अन्नू ने अपनी 12वीं की शिक्षा साइंस स्ट्रीम से पूरी की। इसके बाद वह दिल्ली के जाने-माने कॉलेज हिंदू कॉलेज से फिजिक्स में स्नातक हुई। फिर उन्होंने आईएमटी नागपुर से एमबीए किया और कुछ दिन गुरुग्राम में एक कंपनी में नौकरी भी कर चुकी थी। हालांकि उनका लक्ष्य सिविल सेवा में जाना ही था लेकिन यह पूरा होने से पहले उनकी शादी हो गई थी। अन्नू एक ऐसी समाज से ताल्लुक रखती थी। जहां पर शादी के बाद लड़कियों को चूल्हा चौका और बाल बच्चे संभालने के लिए छोड़ दिया जाता है।
नहीं मानी हार 5-6 घण्टे करती थी पढ़ाई:
अन्नू ने शादी होने के बाद भी हार नहीं माना। वह घर का काम निपटाने के बाद 5-6 घंटे अपनी पढ़ाई में समय बिताती थी। उनकी इतनी कड़ी मेहनत को देख करके अन्नू के पति और ससुराल वालों ने उनके सपने को पूरा करने में साथ दिया। इसके बाद अन्नू ने आईएएस की तैयारी के लिए खुद को समर्पित कर दिया। अन्नू ने अपने बच्चे को डेढ़ साल के लिए नाना नानी के घर भेज दिया और खुद अपनी मौसी के यहां जाकर के पढ़ाई पूरी की। अन्नू का कहना है कि वह 8 से 12 घंटे पढ़ाई करती थी। उनकी मेहनत 2017 की परीक्षा में सफल रही। इस परीक्षा में उन्होंने सभी धुरंधरों को पटकते हुए पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया।